मैं दो-तीन दोनों से सोशल मीडिया में दिग्विजय सिंह के अवैध संबंधो की ख़बरों को सुन रहा हूँ. मुझे इसमें कोई अचरज वाली बात नहीं नजर आती, क्यू की ये पारिवारिक संस्कार होते हैं,जो इंसानों को विरासत में मिलते हैं.वैसे दिग्विजय सिंह के ये शौक तो बहुत पुराने हैं, और इस महिला से पिछले ३ सालों से चल रहा है ,जिसको बिकवु मीडिया दबा के बैठी हुयी थी. वामपंथी पत्रकार आनंद प्रधान की पत्नी अमृता राय,जिसका अभी तक तलाक भी नहीं हुवा है, उसके साथ अन्तरंग संबंधों की जो आपतिजनक तस्वीरें सोशल मीडिया में वायरल होना शुरू हुवा,तो अच्छे लोगों के चरित्र पर कीचड़ उछलने वाले इस बडबोले नेता का असलियत लोगों के सामने खुल गया.बिकवु मीडिया भी बगलें झाँकने लगी क्युकी सोशल मीडिया ने इस बार भी इन बिकवु मीडिया वालों की कलई खोल दिया.
वैसे देखा जाये तो
दिग्विजय ने अपने कांग्रेसी पुरखों का अनुसरण किया है.महात्मा कहलाने वाले
मोहनदास गाँधी के बारे में जगजाहिर थे की वो बब्रह्मचर्य के प्रयोग के
खातिर हर रात लड़कियों के साथ नग्न सोने का प्रयोग किया.जवाहर लाल नेहरु ने
लेडी मौन्तबेतन के साथ क्या संबंध बनाये, आप सबों को पता है.अभिषेक मनु
सिंघवी ने एक वकील महिला को जज बना देने का लालच देके यौनशोषण किया,जिसको
सोशल मीडिया ने उजागर किया था.हरयाणा के ही एक बुजुर्ग कांग्रेसी सुरजेवाला
का किस्सा जगजाहिर है.राजस्थान के महिपाल मदेरणा की सेक्स सीडी तो आप सबके
सामने आई थी.वही एक और कांग्रेसी मंत्री भी जेल में है.हरयाणा के
कांग्रेसी गृहमंत्री गोपाल कांदा तो एक लड़की के साथ नाजायज संबंधों की वजह
से आत्महत्या करने के लिए जेल भेजा जा चूका है.इस तरह अगर देखा जाये तो
दिग्विजय ने केवल और केवल कांग्रेस की परंपरा को ही अपनाया है और अपने इस
कुकृत्य पे दिग्विजय को गर्व महसूस हो रहा है, तभी तो कल खुलेआम उसने कहा
की हाँ,वो स्वीकारता है इस नाजायज संबंधों को.
दिग्विजय का कहना है की उसके निजी मामलों में किसी को हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए.इस बडबोले नेता तो शायद ही कभी ये एहसास हुवा की दूसरों पे बेबुनियाद इल्जाम नहीं लगाना चाहिए.इसने मोदी जी के लिए न जाने कितने गिरे हुए अपमानजनक शब्दों का प्रयोग किया है,जो शायद इसकी कांग्रेसी विरासत ही होगी.आनद प्रधान जैसे वामपंथी के साथ दिग्विजय की पार्टी के लोग तो मीडिया में मोदी जी को घेरने में लगे रहे और उधर (कांग्रेसी) यार ने ही लूट लिया घर (वामपंथी) यार का..कांग्रेस में महिलावों के शोषण की ये कोई नयी तस्वीर नहीं है.ये वहां पे आये दिन होता रहता है, और अपनी गलतियां छुपाने के लिए औरों पे बेबुनियाद आरोप लगाना इनकी संस्कृति रही है ताकि इनके कुकर्मों पे पर्दा पड़ा रहे और लोगों गलत आरोपण में उलझे रहे.दिग्विजय,अपने कांग्रेसी पुरखों के विरासत को सँभालने के लिए तुमपे सारे कांग्रेसी को नाज है.इसके बाद हमें उम्मीद है की राहुल बाबा भी तुम्हारा अनुसरण जल्द ही करे,
...............................................................................................................................ज्ञानेंद्र झा
दिग्विजय का कहना है की उसके निजी मामलों में किसी को हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए.इस बडबोले नेता तो शायद ही कभी ये एहसास हुवा की दूसरों पे बेबुनियाद इल्जाम नहीं लगाना चाहिए.इसने मोदी जी के लिए न जाने कितने गिरे हुए अपमानजनक शब्दों का प्रयोग किया है,जो शायद इसकी कांग्रेसी विरासत ही होगी.आनद प्रधान जैसे वामपंथी के साथ दिग्विजय की पार्टी के लोग तो मीडिया में मोदी जी को घेरने में लगे रहे और उधर (कांग्रेसी) यार ने ही लूट लिया घर (वामपंथी) यार का..कांग्रेस में महिलावों के शोषण की ये कोई नयी तस्वीर नहीं है.ये वहां पे आये दिन होता रहता है, और अपनी गलतियां छुपाने के लिए औरों पे बेबुनियाद आरोप लगाना इनकी संस्कृति रही है ताकि इनके कुकर्मों पे पर्दा पड़ा रहे और लोगों गलत आरोपण में उलझे रहे.दिग्विजय,अपने कांग्रेसी पुरखों के विरासत को सँभालने के लिए तुमपे सारे कांग्रेसी को नाज है.इसके बाद हमें उम्मीद है की राहुल बाबा भी तुम्हारा अनुसरण जल्द ही करे,
...............................................................................................................................ज्ञानेंद्र झा
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